महर्षि 'वाल्मीकि जयंती' को 'बाल्मीकि जयंती' के नाम से भी जाना जाता है। इसे प्रसिद्द कवि महर्षि वाल्मीकि के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है। यह हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार आश्विन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
महर्षि वाल्मीकि को 'आदि कवि' के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि वह प्रथम कवि थे जिसने प्रथम श्लोक की खोज की। वाल्मीकि जयंती पूरे भारतवर्ष में मनाई जाती है किन्तु उत्तर भारत में यह विशेष रूप से मनाई जाती है। उत्तर भारत में यह दिवस 'प्रकट दिवस' के रूप में प्रसिद्द है।
वाल्मीकि जयंती के दिन विविध आयोजन होते हैं। जगह-जगह से शोभा-यात्रा निकाली जाती है। महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा स्थल पर फल वितरण एवं भंडारा का आयोजन होता है। महर्षि वाल्मीकि का जीवन दर्शन यह प्रेरणा देता है कि सच्चाई के रास्ते पर चलकर ही मानव महापुरुष बन सकता है। यह दिन सत्कर्म को प्रेरित करता है।
19 Comments
Thanks for your help !
ReplyDeletenice help.
ReplyDeleteit helped me. thx.
ReplyDeleteit helped me. thx.
ReplyDeleteAwesome written
ReplyDeleteNice and extremely helpful....thnx for Ur help😊
ReplyDeletethanks for yor help
ReplyDeleteThanks
ReplyDeleteThanks a lot
ReplyDeleteThanks for help
ReplyDeleteNice essay g
ReplyDeleteThanks for your help
ReplyDeletethnx so much for upload this
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteThank you so much for your help
ReplyDeleteIt's help me thanks..
ReplyDeleteThanks for your help 😃😃😃😊😊
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteIt helped me
ReplyDeleteThanks