Short Essay on 'Ambedkar Jayanti: 14 April' in Hindi | 'Ambedkar Jayanti' par Nibandh (258 Words)


अंबेडकर जयंती

'अंबेडकर जयंती' प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को मनायी जाती है। यह डा० भीमराव रामजी अंबेडकर जी का जन्मदिन है। डा० अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मऊ, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था। इनका जन्म एक गरीब अस्पृश्य परिवार मे हुआ था। वे रामजी मालोजी सकपाल एवं भीमाबाई की संतान थे। डा० अंबेडकर को 'बाबा साहेब' के नाम से भी लोकप्रियता प्राप्त हुई।

डा० अंबेडकर एक प्रसिद्द भारतीय विधिवेत्ता थे। उन्होंने अपना सारा जीवन भारतीय समाज में व्याप्त जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में बिता दिया। डा० अंबेडकर ने भारत के संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी माना जाता है। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री बने। बाबा साहेब डा० भीमराव रामजी अंबेडकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया। 20वीं शताब्दी के श्रेष्ठ चिन्तक, ओजस्वी लेखक, यशस्वी वक्ता, स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री तथा भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माणकर्ता के रूप में डा० भीमराव रामजी अंबेडकर का नाम सदैव याद किया जायेगा।

बाबा साहेब डा० भीमराव रामजी अंबेडकर की याद में प्रति वर्ष उनके जन्मदिन 14 अप्रैल को 'अंबेडकर जयंती' के रूप में सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। अंबेडकर जयंती के दिन विभिन्न दलित संगठनों द्वारा बाबा साहेब की स्मृति में शोभा-यात्राएं निकाली जाती हैं। इस दिन अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं एवं संगठनों द्वारा अनेक गतिविधियों, रैली एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। देश के अनेक भागों में मेले इत्यादि का आयोजन किया जाता है। बाबा साहेब की प्रतिमा पर फूल-माला समर्पित कर उन्हें सम्मान दिया जाता है।

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